उन्नत भारत अभियान योजना: Unnat Bharat Abhiyan उद्देश्य लाभ विशेषताएं

Unnat Bharat Abhiyan Yojana Apply | उन्नत भारत अभियान योजना उद्देश्य | उन्नत भारत अभियान योजना लाभ विशेषताएं | Unnat Bharat Abhiyan Yojana In hindi

 

शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र तथा राज्य सरकारें समय-समय पर नई योजनाएं आरंभ करती रहती है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से ऐसी ही एक योजना से संबंधित जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं। जिसका नाम उन्नत भारत अभियान है। इस लेख को पढ़कर आपको उन्नत भारत अभियान से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त होगी। जैसे की उन्नत भारत अभियान क्या है?, इसका उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया आदि।

Unnat Bharat Abhiyan

Unnat Bharat Abhiyan भारत सरकार द्वारा गांवों का विकास करने के लिए आरंभ की गई है। इस योजना को 11 नवंबर 2014 को आरंभ किया गया था। उन्नत भारत अभियान के माध्यम से गांव में रहने वाले लोगों को उच्च शिक्षा प्रदान की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत उन गांवों को प्राथमिकता दी जाएगी जो अभी तक पिछड़े हुए हैं। इस योजना को आईआईटी दिल्ली द्वारा समन्वित किया गया है। इस योजना के अंतर्गत कम से कम गांव का समूह तैयार करके उन गांवों को शिक्षा संस्थानों के साथ जोड़ा जाएगा और उन गांव की आर्थिक तथा सामाजिक रूप से मदद की जाएगी। वह सभी लोग जो इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं उन्हें आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन करने से पहले आवेदक को अपनी पात्रता की जांच करने अनिवार्य है। इस योजना के माध्यम से संपूर्ण देश का विकास होगा।

उन्नत भारत अभियान योजना दूसरा संस्करण

मानव संसाधन मंत्रालय ने 25 अप्रैल 2018 को उन्नत भारत अभियान के दूसरे संस्करण का शुभारंभ किया है  इस योजना के तहत देश भर के 750 उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्र गांवों को गोद लेंगे।  इस योजना के अंतर्गत कालेज और विश्वविद्यालय के छात्रों को भी शामिल किया जायेगा। इस योजना के तहत कुल 748 संस्था कार्य कर रही है। जिसमे से 143 संस्थाए फेज -1 में और 605 संस्थाए भाग लेगी, जिसमे से 313 टेक्निकल संस्थाए और 292 नॉन टेक्निकल संस्थाए कार्यरत की जाएगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा संचालित सभी उच्च शिक्षण संस्थानों तथा इस उन्नतभारत अभियान योजना के तहत सभी सस्थानों को पिछड़े ग्राम पंचायतों और गाँवों को अपने अनुभूति में लेने तथा उनके ज्ञान और विशेषज्ञता का प्रयोग ग्राम पंचायतों में होने वाले कमी और आने वाली सभी समयस्याओं को दूर करने के लिए कहा है